बहनों एवं भाइयों,
जय हिन्द!
अब आंदोलन से सरकारें सुनने वाली नहीं हैं। व्यवस्था परिवर्तन, चुनाव
सुधार, स्वराज, जनलोकपाल आदि के लिए प्रतिबद्ध सभी साथियों को संसद पहुँच
कर ही सुधार करना होगा। आंदोलन हो या चुनाव धन की महत्ता खत्म कर ही देश
में ईमानदार व्यवस्था और माहौल बनाया जा सकता है। इसके लिए सभी
परिवर्तनकारी शक्तियों को एकजुट होना ही होगा।
आपसब का साथी,
ग़ुलाम कुन्दनम्
9931018391
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